यूनिवर्सिटी को अपने शिक्षा के स्तर , शोध और अवसरों के लिए जाना जाता है , किसी व्यक्ति के जीवन सा सर्वोत्तम समय होता है जब वह किसी यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा होता है । यूनिवर्सिटी के मुख्य आकर्षण वहां की फैकल्टी ही होती है , यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर होना ही अपने आप में सम्मान का प्रतीक है। यह व्यक्ति के चिंतन और कार्यों को उच्च स्तर पर ले जाता है । विभिन्न प्रकार के अवसरों को जीवन पर्यन्त प्रदान करना है ।
इस लेख में हम आपके लिए यूनिवर्सिटी प्रोफेसर बनाने के सभी चरणों को क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत करेंगे , जिससे आप अपने जीवन में अनंत संभावनाओं के द्वार खोल सकें ….
विश्वविद्यालय प्रोफेसर बनने के लिए योग्यता : Eligibility of Become A University Professor
विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्त होने के लिए आपको ग्रेजुएशन में मेहनत से पढाई करनी चाहिए।
विश्वविद्यालय प्रोफेसर पद के लिए आपको पोस्ट ग्रेजुएशन में न्यूनतम 55% अंक लाना अनिवार्य है ।
आरक्षित वर्गों को नियमानुसार 5% अंको की छूट दी जा सकती है ।
किसी कॉलेज/ यूनिवर्सिटी स्तर पर पढ़ाने का कम से कम 8 वर्ष का अनुभव या रिसर्च का अनुभव होना चाहिए।
UGC NET परीक्षा को अनिवार्य रूप से पास करना होगा।
विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर या प्रोफेसर बनने के लिए 2021 से पीएचडी डिग्री अनिवार्य होगी ।
विश्वविद्यालय प्रोफेसर बनने के चरण : Steps For Become University Professor
ग्रेजुएशन परीक्षा
आप ग्रेजुएशन परीक्षा को अपने मनपसंद विषय के साथ पास करें और अच्छे अंक प्राप्त करें , जिस भी विषय से आप आगे बढ़ना चाहते हैं उस विषय में अपने बेसिक ज्ञान मजबूत करें। हालाँकि ग्रेजुएशन के अंक आपके प्रोफेसर बनने पर कोई सीधा प्रभाव नहीं डालते , लेकिन इन्टरव्यू में इन अंको से महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है ।
मास्टर डिग्री
जिस विषय से आपको यूनिवर्सिटी प्रोफेसर बनना है , उस विषय से मास्टर डिग्री प्राप्त करें । और न्यूनतम 55% अंक प्राप्त करें , मास्टर डिग्री के दौरान अपनी शिक्षा के स्तर और जनरल नॉलेज को मजबूत करें , जिससे आप सम्बंधित विषय आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त हो सकें और NET – JRF की परीक्षा को पास करने में आसानी हो ।
नेट परीक्षा
यूनिवर्सिटी प्रोफेसर बनाने के लिए आपको नेट परीक्षा पास करना होगा , यह परीक्षा वर्ष में 2 बार जून और दिसम्बर में संपन्न कराई जाती है । यह परीक्षा वर्तमान में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA द्वारा कराई जाती है ।
प्रोफेसर बनने के लिए यह परीक्षा पास करना अनिवार्य है ।
यूनिवर्सिटी द्वारा चयन
विश्वविद्यालय द्वारा समय समय पर असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों के लिए भर्तियाँ निकली जाती हैं , इसमें आम तौर पर लिखित परीक्षा नहीं होती ,केवल इंटरव्यू के आधार पर चयन किया जाता है ।
यूनिवर्सिटी प्रोफेसर का इंटरव्यू :
इंटरव्यू में इन बातों को प्लस पॉइंट माना जाता है
- अभ्यर्थी ने अगर किसी अच्छी यूनिवर्सिटी से पढाई पूरी की है
- अगर किसी अंतर्राष्ट्रीय जनरल में कई रिसर्च पेपर प्रकाशित किये हैं
- किसी प्रसिद्द संस्था में शोध या शिक्षण कार्य किया है
- पहले से किसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर पद पर कार्य कर रहे हों
यूनिवर्सिटी प्रोफेसर का वेतन : Salary Of University Professor
एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर की सैलरी आम तौर पर 60000 – 70000 रूपए होती है , जो की समय और पदोन्नति के 2-3 लाख /प्रतिमाह तक जा सकती है ।
उम्र सीमा : Age Limit For University Professor
इसमें कोई अधिकतम उम्र सीमा नहीं होती , अनुभवी व्यक्तियों को वरीयता प्राप्त होती है ।
2021 के बाद से आपको यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट या प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी (PhD) डिग्री अनिवार्य होगी ।
बिना पीएचडी केआपका चयन एसोसियेट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पद पर नहीं हो सकेगा , तो अगर आप विश्वविद्यालय में कैरियर बनाना चाहते हैं , तो पीएचडी करना अनिवार्य है ।
इस साईट पर विभिन्न विश्वविद्यालयों के नवीनतम पीएचडी प्रवेश की सूचना दी जाती है ।